smrit
Thursday, July 30, 2020
समय से परे वाला इश्क
उन्हें अपनी याद से घड़ी घड़ी घटा दिया मैंने, लेकिन वक़्त से परे हो चुका इश्क़ का एलार्म ही है जो अक्सर बज उठता है
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